यह घटना तमिलनाडु के मल्लापुरम की है जंहा रोजमर्रा की तरह मछुआरे समुंदर में मछली पकड़ रंहे है थे। तभी उनके जाल में एक बैरल फसा उन्होंने खोलके देखा तो उसमें रिफाइंड चाय नही बल्कि कुछ पुडिया थी। इसकी सूचना तुरंत पुलिस में दी , पुलिस ने जांच में पाया कि उसमें कोई चाय नही बल्कि कोई सफेद रंग का पदार्थ है जिसकी पहचान क्रिस्टल मेथमफेटामाइन नामक नशीले पदार्थ के रुप मे हुई । इसका कुल वजन 78 किलो बताया जा रहा है जिसकी अनुमानित कीमत 100 करोड़ के आसपास है। ये भी पढ़े : सेनिटाइजर का करें संभल के उपयोग, कही जहर तो नही, जानिए जांच का आसान तरीका
पुलिस अंदाजा लगा रही है कि किसी ड्रग तस्करी करने वाले गिरोह का इस घटना में हाथ है। यह दक्षिणी पूर्वी एशिया के में सक्रिय किसी तस्कर की खेप का हिस्सा होने का अनुमान भी लगाया जा रहा है । क्योंकि ड्रग तस्कर ज्यादातर समुद्री रास्तो का इस्तेमाल करते है। क्रिस्टल मेथ क्रिस्टल मेथामफेटामाइन के लिए एक संक्षिप्त नाम है। यह दवा मेथमफेटामाइन का केवल एक रूप है | मेथामफेटामाइन उपयोगकर्ता के जीवन को नष्ट करना शुरू कर देता है। यह एक बहुत ही नशीली दवा है। अभी बीते कुछ दिनों पहले म्यामार में मादक पदार्थो की एक बड़ी खेप पकड़ी गई थी जो कि दक्षिण पूर्वी एशिया में पकड़ी गई अब तक कि सबसे बड़ी सिंथेटिक ड्रग्स की खेप थी।मछली पकड़ने के दौरान जाल में फसा रिफाइंड चाय का बैरल, खोलने पर उड़े होश

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