जेनरिक दवाई बाकी दवाई से सस्ती होती है,। प्रधानमंत्री जनओषधि केंद्र योजना का मकसद सस्ती दवाई उपलब्ध कराना था । यह केंद्र की महत्वकांक्षी योजना है जिसके अंतर्गत जन ओषधि केंद्र खोलने के लिए सरकार द्वारा ढाई लाख तक का अनुदान दिया गया था। इसके तहत बी फार्मा ओर एम फार्मा किये हुए युवकों को रोजगार के मौके दिए गए थे। पर बाद में बिना डिग्री वालो ने भी ये केंद्र खोल लिए है।
प्रधानमंत्री जन औषधि योजना (PMJAY) के तहत दवा दुकान से होने वाली दवा की बिक्री पर 20% कमीशन दिया जाता है. सरकार इन केंद्र को जेनरिक दवाओं की लगातार आपूर्ति बनाये रखती है | परन्तु कोरोनो महामारी के चलते इस कारोबार पर बड़ा असर पड़ा है। भारत चीन से जेनरिक दवाइयों के लिए जरूरी एक्टिव फार्मासिटिकल इंग्रेडिएंट्स ( API ) आयात नही कर पा रहा है । विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया है कि who की सलाह पर ऐसा किया गया है। जिसकी वजह से जेनरिक दवाइयों का कारोबार प्रभावित हुआ है ।
प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाई का उत्पादन प्रभावित, चीन पर है निर्भर

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